निवेश से पहले सुधार भी ...
शहर में पिछले दिनों सीआईआई पार्टनरशिप समिट का आयोजन हुआ. केंद्र सरकार
से अलग हुई ममता बनर्जी के कारण ये समिट कोलकाता में न होकर उत्तर प्रदेश के आगरा
में हुआ. आगरावासिओं के लिए ये अपनी तरह का पहला कार्यक्रम था और शहर के प्रबुद्ध
जनों एवं अधिकारियों ने मिलकर इसे सफल बनाने के लिए भरसक तैयारियां की. ये समिट के
कारण ही था कि मॉल रोड रातों रात चकाचक हो गयी और साथ ही शहर के कई गंदगी वाले
स्थान साफ़ हो गए. शहर को दुल्हन की तरह से सजाया गया. खुद मुख्यमंत्री ने शहर में
शिरकत की और इस आयोजन की मेजबानी भी. देश, विदेश से कई प्रतिनिधि आये और उन्होंने
उत्तर प्रदेश एवं सम्पूर्ण भारत में निवेश की संभावनाओं को समझा.
लेकिन गहरा सवाल है कि क्या केवल शहर सजा देने भर से निवेश आएगा??
निवेश के लिए ऐसे आयोजनों से इतर मूलभूत सुविधाओं को सुधारना बेहद जरूरी है.
प्रदेश के कई इलाकों में बिजली की घनघोर समस्या है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के
बावजूद आगरा में बिजली की हालत खस्ता है. इसके साथ ही सड़कों की स्थिति भी बदतर है.
अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिससे व्यापारी भी सकते में हैं. निवेश लाने के
लिए ऐसे आयोजनों के साथ ही अपराध पर लगाम लगनी होगी. साथ ही मूलभूत सुविधाओं एवं
आधारभूत ढाँचे में भी परिवर्तन लाना होगा. नीतियों की घोषणा करना आयोजन का लक्ष्य
नहीं, बल्कि इसका लक्ष्य देश भर में निवेश लाना और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना
है. उम्मीद है कि सुधार के साथ साथ निवेश की प्रक्रिया भी जल्दी ही शुरू होगी